शुरू से समझते हैं – मार्किंग स्कीम क्या होती है?
दोस्तों, जब आप बोर्ड परीक्षा (जैसे CBSE, बिहार बोर्ड, यूपी बोर्ड) में कॉपी लिखते हैं, तो आपका पेपर चेक करने वाला शिक्षक (एग्जामिनर) सोचता है कि इस सवाल का जवाब कितना सही है और कितने नंबर देने चाहिए।
इसी चीज को आसान बनाने के लिए बोर्ड एक मार्किंग स्कीम बनाता है। मार्किंग स्कीम एक तरह का गाइडबुक होता है, जिसमें लिखा होता है कि:
- इस सवाल के कितने नंबर कहां से मिलेंगे।
- कौन सा पॉइंट कितने नंबर का है।
- अगर स्टूडेंट ने कुछ गलत लिखा, लेकिन कुछ सही किया तो कितने नंबर मिलेंगे।
उदाहरण के लिए: मान लो 5 अंक का सवाल है – “भारत की स्वतंत्रता का कारण बताइए।” मार्किंग स्कीम में लिखा होगा:
- परिचय (इंट्रोडक्शन) → 1 अंक
- 4 मुख्य कारण → 4 अंक (प्रत्येक कारण 1 अंक)
- निष्कर्ष → 1 अंक (कभी-कभी)
- साफ-सुथरी प्रस्तुति → 1 अंक (कभी-कभी)
तो अगर आपने 4 कारण सही लिखे, लेकिन निष्कर्ष नहीं दिया, तो आपको 4 या 5 अंक मिल सकते हैं।
स्टेप मार्किंग क्या होती है? (Step Marking)
दोस्तों, स्टेप मार्किंग सबसे ज्यादा मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, अकाउंटेंसी जैसे विषयों में होती है। इसका मतलब है कि एग्जामिनर आपके हर सही स्टेप (कदम) को अलग-अलग नंबर देता है, भले ही अंतिम जवाब गलत हो जाए।
बिल्कुल आसान उदाहरण देखिए:
सवाल: 3x + 7 = 22 को हल कीजिए। सही जवाब: x = 5
अब मान लो आपने लिखा: 3x + 7 = 22 3x = 22 – 7 3x = 15 x = 15 ÷ 3 x = 5 → आपको पूरा 4 अंक मिलेंगे।
लेकिन अगर गलती से आपने लिखा: 3x = 15 x = 5 की जगह x = 3 लिख दिया (गलती हो गई) फिर भी आपको 3 अंक मिल जाएंगे, क्योंकि:
- समीकरण को अलग करना सही था → 1 अंक
- 22 – 7 = 15 सही था → 1 अंक
- 3 से भाग करना सही था → 1 अंक केवल अंतिम जवाब गलत होने पर 1 अंक कटेगा।
यानी अंतिम जवाब गलत हो, लेकिन स्टेप्स सही हैं तो भी आपको काफी नंबर मिल जाएंगे।
स्टेप मार्किंग क्यों दी जाती है?
- ताकि छात्र को सिर्फ एक छोटी गलती के लिए पूरा नंबर न कटे।
- अगर आपने सही तरीके से काम किया, तो आपको उसका फायदा मिले।
- इससे छात्रों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
बोर्ड परीक्षा 2026 में मार्किंग स्कीम के नियम क्या हैं?
2026 की बोर्ड परीक्षाओं (CBSE, बिहार बोर्ड, यूपी बोर्ड) में अभी तक कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। नियम वही हैं:
- 50% प्रश्न ऑब्जेक्टिव (MCQ) → OMR शीट पर 100% सही जवाब पर फुल अंक।
- 50% प्रश्न सब्जेक्टिव → मार्किंग स्कीम और स्टेप मार्किंग लागू।
- मैथ्स, साइंस, कॉमर्स में स्टेप मार्किंग बहुत महत्वपूर्ण है।
- हिंदी, अंग्रेजी, सोशल साइंस में भी पॉइंट्स में लिखने और साफ-सुथरी कॉपी पर अतिरिक्त अंक मिलते हैं।
स्टेप मार्किंग से ज्यादा नंबर पाने के आसान टिप्स (विद्यार्थियों के लिए)
- हर स्टेप साफ लिखें – फॉर्मूला, कैलकुलेशन, इकाई (जैसे cm, kg) जरूर लिखें।
- हर स्टेप को अलग लाइन पर लिखें – ताकि एग्जामिनर आसानी से देख सके।
- अगर गलती हो जाए तो भी स्टेप्स न छोड़ें – गलत अंतिम जवाब होने पर भी नंबर मिलेंगे।
- साफ हैंडराइटिंग रखें – कॉपी जितनी साफ होगी, उतने ज्यादा अंक मिलेंगे।
- पॉइंट्स में लिखें – लंबे जवाब को 4-5 पॉइंट्स में लिखें।
- जरूरी शब्द अंडरलाइन करें – इससे एग्जामिनर का ध्यान जाता है।
- रफ वर्क अलग करें – OMR या कॉपी पर रफ वर्क न करें।
FAQs – विद्यार्थियों के सबसे बड़े सवाल
- स्टेप मार्किंग हर विषय में मिलती है? हां, लेकिन मैथ्स, साइंस, अकाउंट्स में सबसे ज्यादा मिलती है। हिंदी-इंग्लिश में भी पॉइंट्स पर मिलती है।
- अगर अंतिम जवाब गलत हो तो भी अंक मिलेंगे? हां, स्टेप्स सही होने पर 70-80% अंक आसानी से मिल जाते हैं।
- मार्किंग स्कीम कहां मिलेगी? बोर्ड की वेबसाइट पर मॉडल पेपर/सैंपल पेपर के साथ। CBSE: cbseacademic.nic.in बिहार बोर्ड: biharboardonline.bihar.gov.in
- 2026 में कोई नया नियम आया है? नहीं, स्टेप मार्किंग और मार्किंग स्कीम पुरानी ही रहेगी।
- OMR शीट में स्टेप मार्किंग होती है? नहीं, OMR में सिर्फ सही गोला भरने पर फुल अंक।
निष्कर्ष
दोस्तों, मार्किंग स्कीम और स्टेप मार्किंग को समझकर आप 10-20% ज्यादा नंबर आसानी से पा सकते हैं। परीक्षा में घबराएं नहीं, हर स्टेप साफ लिखें, फॉर्मूला और कैलकुलेशन जरूर दिखाएं। अगर आप सही तरीके से लिखेंगे तो एग्जामिनर खुद आपके नंबर बढ़ाएगा।
मेहनत करो, कॉपी साफ रखो, स्टेप्स दिखाओ – 90%+ नंबर पक्के हैं! 2026 की बोर्ड परीक्षा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पढ़ते रहो, टॉप करो!